तनुष कोटियान: 10वें नंबर पर एक शतक और पांच अर्धशतक लगाने वाले क्रिकेटर की कहानी
समंदर की लहरें, उन लहरों के किनारे के पत्थर और उन पत्थर के पार एक सपनों का शहर। इस शहर में लाखों लोग अपना सपना लेकर आते हैं कुछ के पूरे होते हैं कुछ के रह जाते हैं, ऐसे ही एक नये सपने का नाम है “तनुष कोटियान”। मुंबई का दबदबा रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सालों से रहा है। हालांकि, इधर कुछ सालों में वो थोड़ा कमजोर हुआ है, लेकिन 2024 के सीजन में अलग ही चमक देखने को मिली और मुंबई फिलहाल फाइनल की बर्थ सुरक्षित कर चुकी है।
उनका वर्चस्व बीकेसी ग्राउंड पर साफ दिख रहा था जहां उन्होंने तीन दिनों के भीतर तमिलनाडु को धराशाई कर दिया। जिसमें आर साई किशोर, विजय शंकर, बाबा अपराजित, वाशिंगटन सुंदर जैसे बड़े नाम थे तो कुलदीप सेन और संदीप वारियर घरेलू क्रिकेट के लिए कोई अजनबी नहीं हैं, उनमें से कुछ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी प्रदर्शन किया है। फिर भी मुंबई एक पारी और 70 रन से विजयी रही।
तनुष कोटियान ने बल्ले से दिखाया जलवा
इस टूर्नामेंट में मुंबई के निचले क्रम ने कमाल खेल दिखाया जिसमें एक नया सितारा पैदा हुआ तनुष कोटियान। आफ स्पिन गेंदबाजी और दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करने वाले तनुष ने अब तक इस टूर्नामेंट के 9 मैचों में 48 की औसत से 481 रन बनाये हैं और ये कारनामा उन्होंने 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए किया है। तनुष ने क्वार्टर-फाइनल में मात्र 129 गेंदों में 120 रन बनाये थे और सेमीफाइनल में 89 रन। दोनों ही मैचों में वो नाबाद रहे। एक शतक के अलावा पांच पचासे भी उनके खाते में शामिल हैं। मुंबई की तरफ से वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में इस सीजन में दूसरे नंबर पर हैं। इसके साथ ही इस सीजन में तनुष ने 22 विकेट भी लिए हैं।
IPL नीलामी में नहीं बिके थे कोटियान
पिछले दिनों आईपीएल ऑक्शन में तनुश कोटियान अनसोल्ड रहे थे। ऐसा कहा जाता है कि गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध होने के कारण टीमों ने दांव नहीं लगाया, लेकिन घरेलू क्रिकेट में जिस तरह गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में दम दिखा रहे हैं उससे आईपीएल की जर्सी बहुत ज्यादा दूर नहीं दिख रही है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 25 मैच में 45 से ज्यादा की औसत से 1131 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में करीब 28 की औसत से 68 विकेट लिए हैं।