वायनाड रिलीफ फंड के पैसे से बैंको ने काटी EMI, केरला मुख्यमंत्री ने की आलोचना

वायनाड रिलीफ फंड से बैकों ने काट ली EMI
केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन आपदा के पीड़ितों पर बैंकों की ओर से दोहरी मार पड़ी है। दरअसल बैंकों ने वायनाड रिलीफ फंड के लिए आए पैसों से ही लोन की EMI काट ली है। इसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उन बैंकों की कड़ी आलोचना की है। विजयन ने बैंकों से आग्रह किया कि वे ऐसे लोगों के लोन माफ करें जो इस आपदा के पीड़ित हैं।
वायनाड रिलीफ फंड से बैंकों ने काटी EMI
वायनाड आपदा के बाद राहत कार्यों पर चर्चा करने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय बैंकर समिति की बैठक में मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि बैंकों को राज्य सरकार के राहत उपायों के साथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार उन लोन की भरपाई नहीं करेगी, जिन्हें बैंकों द्वारा माफ किया गया है।
इस बैठक में विजयन ने विशेष रूप से चूरालमला की केरल ग्रामिन बैंक शाखा का उल्लेख किया, जिसने उन खातों से ईएमआई राशि काट ली, जिनमें राहत के तौर पर 10,000 रुपये जमा किए गए थे। ये खाते उन लोगों के थे, जिन्होंने पहले से लोन लिया हुआ था। इस कदम की मुख्यमंत्री ने निंदा की और इसे असंवेदनशील बताया।
वायनाड भूस्खलन का प्रभाव
पिछले महीने के अंत में वायनाड में हुए भूस्खलन ने बड़ी तबाही मचाई थी, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई और पूरे गांव बर्बाद हो गए। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में कृषि भूमि भी नष्ट हो गई। इस आपदा के बाद राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को राहत के तौर पर 10,000 रुपये की राशि प्रदान की थी। विजयन ने बैंकों से अपील की कि वे ऐसे लोगों के लोन माफ करें जो इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बैंकों को याद दिलाया कि इस समय राहत कार्यों में सहयोग करना प्राथमिकता होनी चाहिए, न कि लोन वसूली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संकट के समय में बैंकों का मानवीय दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है और प्रभावित लोगों की मदद करनी चाहिए।