कोविड पॉजिटिव हुए, फिर भी दौड़े और जीत लिया 200 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल

कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी धावक ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
पेरिस ओलंपिक 2024 अब अंत की ओर है, लेकिन इससे आने वाली कहानियों का अंत नहीं हो रहा है। हर देश का एथलीट अपना सबुकछ दांव पर लगाकर अपने देश के लिए मेडल जीतने की कोशिश में लगा है। अगर आप अपने पहले इवेंट में ही गोल्ड मेडल जीत जाएं तो शायद आप थोड़े निश्चिंत हो जाएंगे। हालांकि, अमेरिकी धावक नोआ लाइल्स उनमें से नहीं हैं। उन्होंने 100 मीटर रेस में गोल्ड जीता, लेकिन कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी 200 मीटर की रेस में दौड़ने आ गए।
मंगलवार की सुबह ही कोविड पॉजिटिव का आया था परिणाम
मंगलवार की सुबह ही नोआ को पता चल गया था कि वह कोविड पॉजिटिव हैं। रात में ही उन्हें तेज बुखार, गले में खराश, बेचैनी और कुछ अन्य समस्याएं हो रही थीं। टेस्ट का परिणाम आते ही उन्हें ओलंपिक विलेज से बाहर एक होटल में भेज दिया गया। वह नहीं चाहते थे कि कोई अन्य उनके संपर्क में आकर इस वायरस का शिकार बने। उनकी रेस गुरुवार की रात में होनी थी। मेडिकल टीम के पास भी दवाई देने के लिए सीमित विकल्प थे। हालांकि, उन्होंने किसी तरह खुद को रेस के लिए तैयार किया। वह किसी हाल में रेस छोड़ने को तैयार नहीं थे।
नोआ लाइल्स ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
100 मीटर की रेस में गोल्ड जीतने वाले नोआ लाइल्स के शरीर पर कोविड वायरस का असर दिखा। 200 मीटर की रेस में वह उस लय में नहीं दौड़ पाए। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने 19.70 सेकेंड में रेस पूरी की और तीसरे स्थान पर रहे। नोआ ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी वह रेस के लिए क्यों उतरे थे।
नोआ ने कहा,
“मैं दौड़ना चाहता था। मुझे पता था कि यदि मैं यहां जीतने के लिए आया हूं तो मुझे अपना सबकुछ दांव पर लगाना होगा। मेरे पास ऊर्जा बचाने के लिए समय नहीं था।”