विश्व कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड पर हुई बड़ी कार्रवाई
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90 के दशक में क्रिकेट देखना शुरु करने वालों के लिए 1996 की श्रीलंकाई टीम किसी करिश्मे से कम नहीं थी। सनथ जयसूर्या की विस्फोटक बल्लेबाजी और कप्तान अर्जुन रणतुंगा की आक्रामक रणनीति ने एकदिवसीय मैचों के खेलने के तरीके को ही बदलकर रख दिया था। उस श्रीलंकाई टीम के 2023 के विश्वकप अभियान का अंत हो गया है। श्रीलंका ने अपना आखिरी मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला और 172 रनों का लक्ष्य दिया जिसे न्यूजीलैंड ने 24वें ओवर में हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड की तरफ से ट्रेंट बोल्ट ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिये और श्रीलंका की तरफ से एंजेलो मैथ्यूज ने दो विकेट लिए।
विश्व कप 2023 में श्रीलंका का सफर कुछ खास नहीं रहा उन्होंने नौ मैचों में से दो मैच में जीत हासिल की और चार अंकों के साथ 9वें स्थान पर अपना विश्व कप खत्म किया। टूर्नामेंट में सबसे बड़ी हार इंडिया के खिलाफ मिली। टीम किसी तरह एकदिवसीय के न्यूनतम स्कोर को बचाने से बची और मात्र 55 रन पर आल आउट हो गयी। भारतीय टीम ने उस मैच में 357 रन का लक्ष्य रखा था और 302 रन के विशाल अंतर से वो मैच जीता था। इंग्लैंड और नीदरलैंड को हराने वाली श्रीलंकाई टीम अफगानिस्तान से मैच हार गयी।
भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहे टूर्नामेंट में श्रीलंका का इतना खराब प्रदर्शन करना बनता तो नहीं था, लेकिन चोटों ने उनके इस टूर्नामेंट को एकदम ही कमजोर कर दिया था। पूरी दुनिया में अलग-अलग लीग में शानदार प्रदर्शन करने वाले आलराउंडर वनिंदु हसरंगा, मथीसा पथीराना, लहिरु कुमारा और कप्तान दशुन शनाका चोट के कारण बाहर हुए। इस टूर्नामेंट के कारण उनके बोर्ड में भी विवाद शुरु हो चुका है। श्रीलंका के मंत्री प्रसन्ना रणतुंगा ने कहा कि सरकार और विपक्ष श्रीलंका क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों को हटाने के लिए एक संयुक्त प्रस्ताव लाएगा।
बर्खास्त हुए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सदस्य
श्रीलंका के खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने सोमवार, 6 नवंबर को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सभी सदस्यों को बर्खास्त कर दिया था।
रणसिंघे ने कहा “उन सब को खुद ही इस्तीफ़ा दे देना चाहिए. उनके पास पद पर रहने का कोई भी नैतिक अधिकार नहीं है।”
1996 के बाद विश्वकप कप ना जीतने के लिए भी रणसिंघे ने बोर्ड को ही जिम्मेदार ठहराया है। उनके कार्यालय से एक बयान जारी हुआ जिसमें 1996 में श्रीलंका को विश्व कप जिताने वाले कप्तान रणतुंगा को अंतरिम बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है। यह बोर्ड विश्व कप में श्रीलंका के खराब प्रदर्शन की जांच करेगी। श्रीलंका के खेल मंत्री ने आईसीसी के सभी सदस्यों को पत्र भी लिखा है। रणसिंघे को आईसीसी द्वारा गठित तीन सदस्यों वाली कमिटी को वापस लेना पड़ा था। बोर्ड पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए गठित इस कमिटी पर राजनीतिक दवाब के आरोप थे। फिलहाल इस पर आईसीसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मैथ्यूज का टाइम्ड आउट रहा सबसे बड़ी खबर
इस विश्व कप में श्रीलंका के लिए सबसे बड़ी खबर एंजेलो मैथ्यूज का टाइम्ड आउट होना रहा। इस मामले ने दो दिन सोशल मीडिया की सुर्खियां बटोरी और सभी पक्षों की अलग-अलग राय सामने आयी। मैथ्यूज क्रिकेट इतिहास में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने। टूर्नामेंट में श्रीलंका की ओर से सर्वाधिक रन सदीरा समरविक्रमा ने बनाए। उन्होंने नौ मैचों में 53.28 की औसत से 373 रन बनाए। उनके बल्ले से एक शतक और दो अर्धशतक भी निकले। गेंदबाजी में युवा दिलशान मदुशंका टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। मदुशंका ने नौ मैचों में 6.70 की इकॉनमी रेट से 21 विकेट लिए। उन्होंने एक बार फाइव विकेट हॉल और एक बार 4 विकेट लिया।