विनेश फोगाट को क्यों 53 से 50 किग्रा में आना पड़ा, ट्रायल में किया था हंगामा
विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 से डिस्क्वालीफाई होने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। विनेश ने 50 किग्रा भारवर्ग के फ्रीस्टाइल कुश्ती इवेंट के फाइनल में जगह बना ली थी। हालांकि, लगभग 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अब उन्हें बाहर कर दिया गया है। आज रात को ही उनका गोल्ड मेडल का मैच होना था। इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर 53 किग्रा में लड़ने वाली विनेश को 50 किग्रा में क्यों आना पड़ा? आइए विस्तार से आपको बताते हैं।
नेशनल ट्रॉयल्स के दौरान विनेश फोगाट ने किया था बदलाव
इस साल की शुरुआत में जब कुश्ती के नेशनल ट्रॉयल्स हुए तभी विनेश ने अपने भारवर्ग में बदलाव किया था। दरअसल 53 किग्रा के सेमीफाइनल में वह जूनियर पहलवान अंजू के खिलाफ 0-10 के अंतर से हार गई थीं। इसके बाद उन्होंने उसी दिन दूसरे भारवर्ग में हिस्सा लिया था। विनेश ने 50 किग्रा भारवर्ग में नेशनल ट्रॉयल्स जीता था। इसके बाद उन्हें ओलंपिक के एशिया क्वालीफायर्स में जाने और ओलंपिक कोटा हासिल करने का मौका मिला था।
50 किग्रा में क्यों आई विनेश फोगाट?
विनेश से पहले 53 किग्रा का ओलंपिक कोटा अंतिम पंघाल ने हासिल कर लिया था। विनेश की मांग थी कि ओलंपिक से ठीक पहले इस भारवर्ग में फिर से ट्रॉयल कराए जाएं। हालांकि, उन्होंने यह डर भी दिखाया था कुश्ती संघ उन्हें ओलंपिक जाने से रोकने के लिए यह ट्रायल अंतिम समय में कराने से मना कर सकता है। यही कारण था कि नेशनल ट्रॉयल्स के दौरान ही उन्होंने दोनों भारवर्ग में लड़ने की छूट मांगी थी। कुश्ती संघ के भंग होने की स्थिति में एडहॉक कमेटी ने विनेश को यह इजाजत दे दी थी।
ट्रायल्स के दौरान विनेश ने किया था हंगामा
विनेश ने दोनों भारवर्ग में एक साथ लड़ने की इजाजत मांगी थी। इसी को लेकर उन्होंने ट्रॉयल्स के दौरान खूब हंगामा भी किया था। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश ने तीन घंटे तक ट्रॉयल रोक रखा था। जब उन्हें इजाजत मिली तब जाकर ट्रॉयल शुरू हो पाया था। इस दौरान 50 किग्रा में हिस्सा लेने आई कई पहलवानों ने नाराजगी भी जाहिर की थी।
पिछले 18 महीनों में विनेश के साथ काफी कुछ घटित हुआ
2023 का पूरा साल विनेश मैट से दूर रहीं। इस दौरान उन्होंने भारतीय कुश्ती संघ के उस समय अध्यक्ष रहे बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दिया। इस धरने के दौरान 40 दिनों तक वह और कुछ अन्य पहलवान सड़क पर ही सोए। जून में धरना समाप्त होने के बाद विनेश को एशियन गेम्स से ठीक पहले घुटने में चोट लग गई थी। इसके लिए उन्हें सर्जरी से गुजरना पड़ा। दिसंबर में वह अभ्यास करने लायक हुई और फरवरी में पहली बार उन्होंने मैट पर कदम रखा।
नेशनल ट्रॉयल्स के बाद एशिया क्वालीफायर्स खेलकर ओलंपिक का कोटा हासिल किया। हालांकि, पिछले 18 महीनों में ओलंपिक से पहले केवल उन्होंने एक ही इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लिया था।